थायराइड के लक्षण और कारण: जानिए कैसे पहचानें और बचाव करें

थायराइड मानव शरीर में पाई जाने वाली एक ग्रंथि है, यह गले के निचले हिस्से में स्थित एक तितली के आकार की ग्रंथि है| Thyroid gland को अवटु ग्रंथि भी कहा जाता है | इसका काम है Tri–iodothyronine (T3) और Thyrocalcitonin नामक हार्मोन का उत्पादन करना और कंट्रोल करना | जब थायराइड से संबंधित रोग बढ़ जाते है तो Hyperthyroidism या Hypothyroidism होते है । देश भर में लगभग 4 करोड़ लोग इस बीमारी से ग्रसित है |

 

थायराइड

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थायराइड क्यों होता है

आयुर्वेद का मानना है कि वात, पित्त व कफ के कारण यह समस्या हो जाती है | इसके अलावा अस्वस्थ खान-पान, तनाव, भाग दौड़ भरी लाइफ भी इसका कारण होते है जिसका सीधा असर सांस, हृदय गति, पाचन तंत्र और शरीर के तापमान पर पड़ता है। | थॉयराइड  की समस्या के लिए एलोपैथिक चिकित्सा में स्टीरॉइड्स का सेवन कराया जाता है, जो की शरीर के लिए हानिकारक होता है | एलोपैथिक दवाओं से बचने के लिए आप थायराइड का घरेलू इलाज कर सकते है और इसका आयुर्वेदिक इलाज भी संभव है |

थायराइड के प्रकार | Types of Thyroid in Hindi

1.हाइपरथायरायडिज्म

हाइपरथायरायडिज्म की समस्या तब होती है जब थायराइड ग्रंथि ज्यादा मात्रा में थायरोक्सिन का उत्पादन करती है और उससे T4 और T3 हार्मोन का उत्पादन अत्याधिक होने लगता है | हाइपरथायरायडिज्म होने के लक्षण जो आमतौर पर देखे जाते है,

  • घबराहट होना
  • चिड़चिड़ापन बढ़ जाना
  • धड़कने तेज होना
  • अधिक पसीना आना
  • कैल्शियम की कमी आना
  • हाथों में कपकपापन आना
  • बालो का झड़ना
  • बालो का कमजोर और पतला होना
  • नींद न आने की परेशानी होना
  • मांसपेशियों का कमजोर होना और दर्द बढ़ जाना
  • वजन का बिना वजह कम होना
  • अनिमायित मासिक धर्म
  • थयरॉइड हार्मोन के कारण शरीर का मेटाबोलिज्म बढ़ना

2.हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism)

हाइपोथायरायडिज्म की समस्या तब होती है जब थायराइड ग्रंथि ज्यादा मात्रा में थायरोक्सिन का उत्पादन नहीं करती है | यह समस्या पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा देखी जाती है | हाइपोथायरायडिज्म के लक्षण भी देखे जा सकते है |

  • शरीर में हर समय कमजोरी महसूस होना
  • हर समय थका थका महसूस करना
  • कब्ज की समस्या होना
  • चेहरे और आँखों में सूजन आना
  • धड़कन की गति धीमी होना
  • जोड़ो में दर्द होना
  • डिप्रेशन की समस्या होना
  • भूलने की बीमारी हो जाना
  • बेवजह वजन का बढ़ना
  • पसीने में कमी आना
  • नाखूनों का कमजोर हो जाना
  • त्वचा सुखी और बेजान सी हो जाना
  • महिलाओं में बांझपन की समस्या होना
  • कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना
  • मासिक धर्म अनिमायित होना
  • बालो को बहुत ज्यादा झड़ना

3. गॉइटर (Goiter)

थायराइड ग्लैंड की सामान्य रूप से वृद्धि न होकर जब असामन्य तरीके से वृद्धि होने लगे तब उस स्थिति को गॉइटर कहते है, इसकी वजह है शरीर में आयोडीन की कमी होना और इसकी वजह से गले में सूजन और गांठे हो जाती है | इससे बचने के लिए ऐसा भोजन करे जिससे आयोडीन की पूर्ती हो सके |

4. थायराइडिटिस (Thyroiditis)

जब थायराइड ग्रंथि में सूजन आ जाने वाली स्थिति को थायराइडिटिस बोला जाता है |

5. थायराइड नोड्यूल (Thyroid nodules)

जब थायराइड ग्लैंड में गांठे बनने लगती है ,इस स्थिति को थायराइड नोड्यूल कहते है |

थायराइड

 

6. थायराइड कैंसर (Thyroid cancer)

थायराइड कैंसर तब होता है जब स्थिति बहुत खराब हो जाती है और कोशिकाएं नियंत्रण से बहार हो जाती है |

 

थायराइड रोग होने के कारण | Thyroid Causes in Hindi

  1. भोजन में सोया उत्पादों को अधिक मात्रा में इस्तेमाल करना |
  2. तनाव भरे जीवन जीने से |
  3. आयोडीन की कमी से या ज्यादा होने से |
  4. महिलाओं में गर्भावस्था के समय हार्मोन्स के असंतुलन के कारण |
  5. कई बार किसी एक बीमारी की वजह से अन्य बीमारी भी हो जाती है , उसी प्रकार थायराइड की वजह से मधुमेह की समस्या भी बढ़ जाती है |
  6. यह रोग जेनेटिक(आनुवंशिक) भी होता है, अगर  परिवार में दूसरे सदस्यों को है तो आपको होने की भी संभावना है |
  7. अगर किसी व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या है तो उसको थायराइड की समस्या भी हो सकती है |
  8. B12 की समस्या होने से भी यह समस्या बढ़ जाती है |
  9. हाशिमोटो रोग (Hashimoto’s disease) के कारण थायराइड ग्रंथि के किसी एक भाग को निक्रिय बना देता है।
  10. थायराइड ग्रंथि में सूजन के कारण भी यह समस्या बढ़ जाती है
  11. थायराइड गण्डमाला रोग (Goitre) यानी घेंघा की वजह से भी हो जाता है |

थायराइड के लक्षण | Thyroid ke lakshan | Thyroid Symptoms in Hindi

थायराइड के बहुत तरह के लक्षण देखे जाते है , बहुत बार यह सामान्य लक्षण भी होते है जिनको लोग सामान्य स्थिति समझ कर अनदेखा कर देते है, लेकिन आपसे निवेदन है कि अगर आपको किसी भी तरह का परिवर्तन शरीर में महसूस होता है तो उसको गंभीरता से ले और डॉक्टर से परामर्श करे |

  1. हर समय थकावट होना
  2. पसीना कम या ज्यादा आना
  3. जोड़ो में दर्द की समस्या होना
  4. मांसपेशियों में दर्द और सूजन आना
  5. चेहरे पर सूजन आना
  6. तनाव में रहने लगना
  7. पेट की समस्या होना जैसे कब्ज
  8. वजन का बेवजह बढ़ना या घटना
  9. ह्रदय गति कम हो जाना
  10. उच्च रक्तचाप/ हाई ब्लड प्रेशर
  11. याददाश्त कमजोर होना
  12. त्वचा रूखी और बेजान लगना
  13. बालो का पतला होना
  14. बालो का बहुत ज्यादा झड़ना
  15. बालो का समय से पहले सफ़ेद होना
  16. मासिक धर्म का अनियमित होना
  17. भूख कम हो जाना

थायराइड

महिलाओं में थायराइड के कारण और लक्षण

थायराइड की समस्या पुरुष और महिला दोनों को हो सकती है, लेकिन पुरुषों के मुकाबले यह समस्या औरतों में ज्यादा हो रही है | इसके कारण और लक्षण दोनों ही अलग हो सकते है | जब थायराइड हार्मोन का निर्माण जरुरत से ज्यादा बढ़ जाता है या फिर घट जाता है तो यह समस्या पैदा कर देता है जिसका पता आप अलग अलग लक्षण से लगा सकते है |

महिलाओं में थायराइड के लक्षण | Thyroid symptoms in female

  • दिल की धड़कन धीमी होना
  • कोलेस्टेरोल का बढ़ना
  • अनिंद्रा का शिकार होना
  • शरीर में कमजोरी आना
  • थायराइड ग्रंथि के आकार में बढ़ोतरी होना
  • आँखों में खुजली, जलन की परेशानी बढ़ जाना
  • पीरियड में हेवी ब्लीडिंग और अनियमित की परेशानी होना
  • वजन बढ़ना या कम होना
  • कब्ज की परेशानी बढ़ना
  • आवाज में भारीपन होना
  • त्वचा सुखी हो जाना
  • बालों का कमजोर और मोटा हो जाना
  • शरीर की ठंड सहन न कर पाना
  • डिप्रेशन और तनाव की समस्या बढ़ना
  • याददाश्त कमजोर हो जाना
  • मांसपेशियों में दर्द होना

महिलाओं में थायराइड के कारण

  • महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन होने का कारण बहुत सारे है, इस वजह से कई प्रकार की परेशानियां भी शरीर में हो जाती हैं और थायराइड भी उन्हीं में एक है ।
  • डिलीवरी के बाद महिला के शरीर में काफी बदलाव आते है और उस वजह से हार्मोन्स डिस्बैलेंस हो जाते है जिसके कारण यह समस्या हो सकती है ।
  • अगर महिला के शरीर में आयोडीन की कमी होती है तो इस वजह से भी थायराइड का खतरा बढ़ जाता है |
  • वायरल संक्रमण  की वजह से भी महिला को थायराइड होने की संभावना बढ़ जाती है ।
  • तनाव एक ऐसी समस्या है जिससे बहुत तरह की समस्या उत्पन्न हो सकती है उनमे से एक है थायराइड की समस्या | जिन महिलाओं को स्ट्रेस यानी की तनाव बहुत ज्यादा रहता है, उन्हें इस बीमारी का खतरा अधिक होता है ।

पुरुषों में थायराइड के लक्षण

  • खराब सेक्सुअल हेल्थ और इरेक्टाइल डिसफंक्शन
  • शरीर में थकावट बढ़ जाना
  • दिल की धड़कन तेज होना
  • कुछ चीजों में डिप्रेशन होना
  • बाल टूटना या गंजापन आना
  • त्वचा निरस लगना
  • वजन का बढ़ना या कम होना
  • कब्ज की समस्या बढ़ जाना
  • उच्च रक्तचाप
  • मांसपेशियों में कमजोरी महसूस करना
  • शरीर पर सूजन आना
  • हड्डियां कमजोर हो जाना

थायराइड के मरीज को कभी नहीं करनी चाहिए ये 7 चीजें

1. सोया डाइट में शामिल न करें 

सोया से बनी चीजे बहुत पौष्टिक होती है क्योंकि इनमे भरपूर मात्रा में प्रोटीन होता है परन्तु जिन लोगो को थायराइड की समस्या है उनके लिए सोया बिलकुल अच्छा नहीं होता क्योकि सोया में isoflavones नामक केमिकल होता है जो कि थायराइड ग्रंथि पर बुरा असर डालता है | इसलिए थायरॉइड से पीडित सोया को अपनी डाइट में शामिल न करे|

2. तनाव से दूर रहें 

जीवन की भाग दौड़, दिनचर्या की समस्या ,रिश्ते नाते आदि बहुत सारे ऐसी चीजे होती है की इंसान के ना चाहते हुए भी तनाव आ जाता है और तनाव यानी की स्ट्रेस बहुत ही खतरनाक होता है क्योंकि यह बहुत सारी समस्या की जड़ बन जाता है उसी में से एक है थायराइड की समस्या | इसलिए अगर आप इससे बचना चाहते है तो तनाव को जिंदगी से ख़त्म करना पड़ेगा |

3. फ्लोराइडयुक्त टूथपेस्ट से दूर रहें 

आप अपने मुँह को अंदर से फ्रेश रख्नने के लिए अलग अलग तरह के टूथ पेस्ट इस्तेमाल करते है लेकिन क्या आप जानते है की उसमे इस्तेमाल होने वाला फ्लोराइड कितना नुकसानदायक है | थायराइड ग्रंथि के अंदर हार्मोन बनाने के लिए enzymes की जरुरत पड़ती है, लेकिन फ्लोराइड की वजह से enzymes के प्रोटीन को chemical structure में बदल देता है जिससे की आपके ऑटोइम्यून वाली बीमारियां बढ़ने लगती है क्योंकि फ्लोराइड शरीर में थायराइड कोशिकाओं को नष्ट कर देता है।

4. ग्लूटेन  फूड्स से बचें 

थायराइड के मरीजों को ग्लूटेन फूड्स से परहेज करना चहिए ,अगर आप इसका सेवन करते है तो यह शरीर में सूजन बढ़ा सकता है। इसकी जगह आप साबुत अनाज को अपनी डाइट में शामिल कर सकते है।

5. रेड मीट से परहेज करें 

अपनी डाइट में उन चीजों से परहेज करे जिसमे कोलेस्ट्रॉल अधिक मात्रा में होता है जैसे रेड मीट | जो लोग नॉन वेजीटेरियन है उन्हें रेड मीट से परहेज करना पड़ेगा या फिर सीमित मात्रा में ही उसका सेवन करे क्योंकि इसमें सैचुरेटेड फैट और कोलेस्ट्रॉल अधिक होता है |

6.पर्क्लोरेट्स से बचें 

पर्क्लोरेट्स आसानी से  खाद्य पदार्थों में  घुल जाता है क्योंकि यह एक प्रकार का केमिकल होता है और यह बेरंग, बेस्वाद होता है और इसमें कोई सुगंध भी नहीं होती | पर्क्लोरेट्स की सबसे ज्यादा मात्रा पानी में मिलेगी इसलिए अपने पानी की जांच कराए | जिस पानी को आप पी रहे हो वो आपको कहीं नुक़सान तो नहीं पंहुचा रहा |

7. शराब और धूम्रपान से दूरी बनाएं 

शराब और धूम्रपान से दूर रहे, यह सबसे ज्यादा हानिकारक चीज है | जो लोग स्वस्थ है, ये आदत अगर उन लोगो की सेहत खराब कर सकती है तो सोचिये अगर आपको कोई बीमारी है तो यह आपके शरीर को कितना नुकसान पहुंचा सकती है | अगर थायराइड के मरीज धूम्रपान करते है तो यह सीधा असर उनकी आँखों पर डालता है और इसके कारण कई तरह की आँखों की समस्या हो जाती है, कई बार यह आँखों की रौशनी भी कम कर देता है | इसलिए किसी प्रकार के नशे से दूर रहे |

थायराइड का रामबाण इलाज

 

1. एलोवेरा

एलोवेरा गुणों के बारे में तो सब जानते है यह बहुत सारी बीमारी के लिए रामबाण इलाज साबित होता है , इसके साथ-साथ थायराइड के मरीजों के लिए एलोवेरा बहुत फायदेमंद माना जाता है | अगर आप नियमित रूप से एलोवेरा का सेवन करते है तो यह थायराइड की बीमारी में फायदा करेगा |

और पढ़ेंः एलोवेरा के फायदे, नुकसान और एलोवेरा जूस की विधि एवं सेवन करने का सही तरीका 

2. मुलेठी

मुलेठी में बहुत सारे औषधि गुण होते है, इसके सेवन से आप गले की खरास और कफ को ठीक कर सकते है | इसके आलावा मुलेठी थायराइड के लिए भी कारगर माना जाता है | यह थायराइड कैंसर सेल को बढ़ने से रोकने में बहुत ही लाभकारी होता है | एक गिलास पानी को गैस पर रखकर उबाल ले और उसमे मुलेठी को कूट कर दाल दे और जब तक उबाले जब तक पानी आधे गिलास से भी कम रह जाए | अगर इसका सेवन आप नियमित रूप से करते है तो आपको इसका फर्क जल्द ही दिखना शुरु हो जायेगा |

3. अश्वगंधा

अश्वगंधा बहुत ही महत्वपूर्ण जड़ी बूटी है, प्राचीन काल से ही अश्वगंधा को बहुत सी बीमारी के लिए इस्तेमाल किया जाता है | उसी प्रकार थायराइड में भी अश्वगंधा  बहुत ही फायदेमंद होता है | आप अश्वगंधा चूर्ण को रात में दूध के साथ सेवन करें, जल्द ही आपको लाभ मिलेगा |

और पढ़ेंः अश्वगंधा कैप्सूल के सेवन से पाए तनाव और थकान से निजात

4. आंवला

आंवला में हेप्टोप्रोडक्टीवे गुण होते है जो की इस समस्या को ख़त्म करने के लिए बहुत ही लाभकारी है | एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच आंवला चूर्ण मिलाकर पीये, इसके नियमित सेवन से आप थायराइड की समस्या से निजात पा सकेंगे |

और पढ़ेंः आंवला के 16 ऐसे फायदे जो आपको चौंका देंगे !

5. तुलसी

तुलसी जितना पवित्र पौधा है उतना ही गुणकारी भी है, ज्यादतर हर घर में आपको तुलसी का पौधा मिलेगा ही | इसमें थायराइड को ठीक करने की शक्ति है | आप इसका सेवन बहुत आसानी से कर सकते है इसके लिए आपको कुछ तुलसी के पत्तो की जरुरत पड़ेगी , आप तुलसी के पत्तो को पीस लें, और उनका रस निकाल लें, बाजार में भी तुलसी का रस आसानी से मिल जाता है वो भी आप ले सकते है | अब इस रस में अलोएवेरा जूस मिला कर नियमित सेवन करें |

 

और पढ़ेंः तुलसी के फायदे | तुलसी को करें अपने जीवन में शामिल-होंगे फायदे ही फायदे

थायराइड का रामबाण इलाज पतंजलि

पतंजलि में भी थायराइड का रामबाण इलाज बताया गया है इसके बारे में जानने के लिए आप दी गयी वीडियो पर क्लिक करें |

निष्कर्ष | Conclusion

थायराइड एक ऐसी समस्या है जिसका उपचार करना बहुत जरुरी है अन्यथा यह बहुत गंभीर बीमारी बन सकती है | इस लेख में हमने आपको थायराइड की पूरी जानकारी दी है जैसे लक्षण, कारण, घरेलु उपाय के साथ साथ बताया है की पुरुषों और महिलाओ में थायराइड के कौन कौन से लक्षण देखे जाते है | आशा करते है आपने यह आर्टिकल पूरा पढ़ा होगा और आपको अपने प्रश्न के उत्तर मिल गए होंगे | आपसे अनुरोध है की इस बीमारी को छोटा न समझे अगर आपको कोई भी लक्षण अपने शरीर में महसूस होते है तो आप डॉक्टर से परामर्श जरूर करें | अगर आपको हमारा लेख अच्छा लगा है तो हमे जरूर लिखे और अगर आप किसी और Topic पर जानकारी चाहते है तो वह भी हमे लिखे |

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल | FAQ

 

1. थायराइड में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं ?

थायराइड से बचने के लिए आपको सोया से बने खाध पदार्थ से परहेज करना चहिए , इसके आलावा ग्लूटन फ्री चीजे खाएं और रेड मीट का सेवन न करें, आपको चिकनाई की चीजों से भी दूर रहना चहिए | आप मोटा अनाज खाये , फल, हरी सब्जियों का सेवन करें |

2. थायराइड में चावल खाना चाहिए या नहीं ?

थायराइड के मरीजों को चावल नहीं खाना चाहिए क्योंकि चावल में ग्लूटेन प्रोटीन और फैट होता है जो की एंटीबाडीज को कम कर देता है | इसलिए थायराइड से ग्रसित लोग चावल से परहेज करें |

3. महिलाओं में थायराइड कैंसर के लक्षण क्या है ?

गर्दन में गाँठ या सूजन आना और आवाज में बदलाव या आवाज़ बैठना या मोटी हो जाना , यह महिला में कैंसर के मुख्य लक्षण हो सकते है |

4. थायराइड में गुड़ खाना चाहिए या नहीं ?

गुड़ में आयरन, कैल्शियम, फॉलिक, सेलेनियम, फास्फोरस, पोटेशियम, विटामिन B12, विटामिन B6 भरपूर मात्रा में पाया जाता है | यह आपके खून को बढ़ाने में सहायक है | इसलिए आप गुड़ का सेवन कर सकते है |

5. थायराइड में चाय पीना चाहिए कि नहीं ?

चाय और कॉफ़ी में बहुत ज्यादा कैफीन होता है जो की इस बीमारी के मरीजों के लिए बिलकुल ठीक नहीं रहता इसलिए आपको चाय या कॉफ़ी का सेवन नहीं करना चहिए |

6. थायराइड कितने दिन में ठीक हो जाता है

इस बीमारी की अवधि थायराइड के लेवल पर निर्धारित करती है, अगर यह सामान्य है तो तीन से चार हफ़्तों में ठीक होने की संभावना होती है और अगर इसने कैंसर का रूप ले लिया है तो इसमें कहना मुश्किल है की कब तक ठीक होगा क्योंकि इसमें लम्बा समय लग सकता है |

7. थायराइड में कहां-कहां दर्द होता है

ख़ासतौर पर इसका दर्द गले में होता है इसके आलावा आपको शरीर में भी कई जगह दर्द महसूस होगा जैसे जोड़ो और मासपेशियों में |

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