Cervical Pain-जानिए इसके लक्षण, कारण और घरेलु उपाय

आज कल कुछ ऐसी बीमारियाँ है, जो आज से कुछ साल पहले सुनी भी नहीं थी | खराब लाइफस्टाइल और डेस्क जॉब के कारण कमर दर्द, गर्दन का दर्द जैसी परेशानियां बढ़ती जा रही है, लोग इस दर्द को अनदेखा भी करते है, लेकिन जब लम्बे समय तक ये समस्या रहे तो अनदेखा नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह बड़ी बीमारी का रूप ले लेती है जैसे सर्वाइकल पेन(cervical Pain) | सर्वाइकल को स्पोंडिलोसिस भी कहते है |

 

Cervical Pain

Table of Contents

सर्वाइकल पेन | Cervical Pain in hindi

गर्दन में बहुत सारी मसल्स होती है जो आपके सर्वाइकल स्पाइन को स्थिर रखती है |  सर्वाइकल स्पाइन के अंदर स्पाइनल कॉर्ड होती है और उसमे से बहुत सारी नर्वस निकलती है, जो की हमारे कंधे को या हमारे हाथो को सप्लाई करती है, जिससे की आपका मूवमेंट हो सके | गर्दन की हड्डियां (C1 to C7), लिगामेंट्स और मांसपेशियों से मिलकर बनी होती है | अगर इसमें किसी भी कारण कोई क्षति होती है तो उससे गर्दन में दर्द होने लगता है, उस दर्द को सर्वाइकल पेन (cervical pain) कहते है |

आम बोल चाल में तो यह एक मामूली सा दर्द लगता है लेकिन, जिसको यह परेशानी होती है वही समझ सकता है की इस दर्द से कितनी तकलीफ होती है | यह समस्या किसी को भी हो सकती है | बड़ों से लेकर छोटे बच्चो में सर्वाइकल की समस्या देखी जा रही है | यह समस्या गर्दन की हड्डियों व जोड़ों को प्रभावित करती है, उसके अलावा जब दर्द ज्यादा बढ़ जाता है, तो सिर दर्द भी बढ़ जाता है, जिससे उल्टी की परेशानी होती है |

सर्वाइकल पेन के कारण | Cervical Pain causes in Hindi

सर्वाइकल पेन(Cervical pain) के बहुत सारे कारण हो सकते है जैसे आंक्यलोसिंग स्पॉन्डिलाइटिस, स्लिप डिस्क,ऑस्टियो आर्थराइटिस  osteoarthritis,कभी-कभी रीढ़ की हड्डी के कैंसर, ट्यूमर, फोड़े, संक्रमण और जन्मजात असामान्यताओं के कारण भी गर्दन में दर्द हो सकता है। इसके अलावा भी बहुत सारे अन्य कारण है | आइए जानते है –

1. रूमेटाइड अर्थिरिटिस 

रूमेटाइड आर्थराइटिस एक कारण है जोड़ो में दर्द होने का ,अगर यह समस्या गर्दन में हो जाती है तो यह सर्वाइकल का रूप ले लेती है |

2. मेनिनजाइटिस

इसकी वजह से गर्दन में दर्द, रीढ़ की हड्डी की परेशानी ,सिरदर्द और बुखार की समस्या हो सकती है |

3. रुमेटीइड गठिया

रुमेटीइड गठिया एक ऐसी समस्या है जो की जोड़ों और हड्डियों में सूजन, दर्द, अकड़ापन पैदा कर देती है | अगर गर्दन के दर्द के साथ यह सब लक्षण दिखे तो यह रुमेटीइड गठिया की शुरुआत है |

4. फाइब्रोमायल्जिया

फाइब्रोमायल्जिया एक ऐसी समस्या है जो की शरीर की हड्डियों और मांसपेशियों पर असर करती है, इसके कारण रीढ़ की हड्डी और मस्तिष्क पर भी असर पड़ता है |

5. हर्नियेटेड सर्वाइकल डिस्क

यह एक ऐसी स्थिति है जब शरीर में एक डिस्क बाहर निकलने लगती है, यह समस्या किसी भी तरह की चोट लगने से हो सकती है |

6. गलत पोजीशन में सोने से Cervical pain

अगर आप टेढ़े मेढ़े , उलटे सीधे पोजीशन में सोते है तो आपको सर्वाइकल की परेशानी हो सकती है |

7. गर्दन को बहुत देर तक झुकाकर रखना

लोग मोबाइल का इस्तेमाल बहुत ज्यादा करने लगे है, घंटो घंटो गर्दन झुकाकर मोबाइल देखते रहते है जिसकी वजह से सर्वाइकल की परेशानी होती है |

8. गलत पोजीशन में लम्बे समय तक बैठना

Cervical pain का एक कारण गलत पोजीशन में लम्बे समय तक बैठना है, लोग डेस्क जॉब करते है और अब तो वर्क फ्रॉम होम का ऑप्शन भी है जिस वजह से लोग गलत पोजीशन में बैठ कर घंटो काम करते रहते है, जिसकी वजह से सर्वाइकल की परेशानी हो जाती है |

9. ज्यादा भारी वजन सर पर उठाने से

सर पर ज्यादा भारी वजन रखने से और लगातार ऐसा करने से सर्वाइकल का दर्द(cervical pain) बढ़ जाता है |

10. गलत तकिये के इस्तेमाल से

सोते समय ऊँचे और भारी तकिये के इस्तेमाल से भी सर्वाइकल दर्द (cervical pain) की समस्या हो सकती है |

11. बढ़ती उम्र के कारण

ऑस्टियोआर्थराइटिस, स्पाइनल स्टेनोसिस ,हर्निएटेड डिस्क और पिंच्ड नर्व ऐसी कुछ बीमारियाँ है जो कि बढ़ती उम्र के साथ शरीर में  प्रवेश कर जाती है, यह बीमारियाँ भी गर्दन के दर्द का कारण बनती है |

12. किसी चोट और दुर्घटना के कारण

अगर किसी भी प्रकार की चोट या दुर्घटना होने पर जब सर और गर्दन पर झटका आता है, उससे भी सर्वाइकल दर्द की समस्या हो जाती है |

13. शारीरिक तनाव के कारण

तनाव एक ऐसा कारण होता है, जिससे बहुत प्रकार की बीमारी उत्पन्न होती है, उनमे से एक सर्वाइकल पेन भी है |

14. शरीर में कैल्शियम की कमी के कारण

अगर शरीर में कैल्शियम की कमी है या लम्बे समय से यह परेशानी चली आ रही है तो भी सर्वाइकल की समस्या होने की संभावना बढ़ जाती है |

15. रीढ़ की हड्डी में खिंचाव

रीढ़ की हड्डी में किसी कारण चोट लगने से या किसी प्रकार का झटका और खिंचाव आने से भी गर्दन पर असर पड़ता है और सर्वाइकल पेन (cervical pain) की स्थिति आ जाती है |

16.भारी हेलमेट का इस्तेमाल करना

जो लोग रोज के आने जाने में बाइक और स्कूटर पर भारी हेलमेट का इस्तेमाल करते उन को भी सर्वाइकल की समस्या हो सकती है  |

 

सर्वाइकल के लक्षण | cervical pain symptoms in Hindi

1.  सिर दर्द होना

2.  हाथ और बाजू में झनझनाहट या सुन्न होना

3. गर्दन और कंधों में अकड़ाहट होना

4. चक्कर और उल्टी जैसा महसूस होना

5. सर के पिछली तरफ और गर्दन में दर्द होना

6. शरीर में कमजोरी महसूस होना

7. उठने-बैठने और चलने-फिरने में परेशानी होना

8. हाथ और पैरों की मांसपेसियों में ऐंठन होना

9. आंतों की प्रक्रिया में बदलाव

10. गर्दन को हिलाते समय गर्दन में से हड्डियों के तिड़कने के जैसी आवाज़ का आना

11. आँखों से धुंधला दिखना

12. सोते समय ज्यादा पसीना आना

13. वजन का कम होना

इसे भी पढ़ें : अश्वगंधा कैप्सूल के सेवन से पाए तनाव और थकान से निजात | Best 12 Ashwagandha Capsules Brands in India

सर्वाइकल पेन से बचाव | cervical pain in hindi

 1. सोने का सही तरीका अपनाये

  • अक्सर लोग मुलायम तकिये और गद्दे पर सोना पसंद करते है लेकिन यह एक बहुत बड़ा कारण है सर्वाइकल का, इसलिए मुलायम की जगह सख्त गद्दे और तकिये का इस्तेमाल करे |
  • ऊँचे तकिये पर न सोये |
  • पेट के बल न सोए बल्कि करबट लेकर सोये या पीठ के बल सोये, इससे आपको दर्द में आराम मिलेगा |

2. भरपूर मात्रा में पानी का सेवन करें

  • सब जानते है की इन्सान का शरीर 70 प्रतिशित पानी से बना है |
  • शरीर की रीढ़ की हड्डी के जोड़ो के बीच में डिस्क और जॉइंट होते है, उनमे अधिकतर हिस्सा पानी का बना होता है और अगर पानी की कमी शरीर में होती है, शरीर अच्छे से काम नहीं कर पाता है |

3. गर्म और ठंडा का सेख लें

  • दर्द से राहत पाने के लिए गर्म और ठंडे का सेख लें |
  • सिर्फ ठंडा या गर्म का सीख न लें |
  • बारी-बारी से कभी ठंडा और कभी गर्म का सेख लें |

4. मसाज

  • मसाज एक पेन रिलीवर तरीका है |
  • किसी भी तरह के दर्द में मसाज बहुत अच्छा तरीका माना गया है, इसलिए अगर आप सर्वाइकल पेन में मसाज लेते है तो यह बहुत फायदा करती है |

5. तनाव से दूर रहें

  • तनाव से बचना बहुत अनिवार्य है क्योंकि तनाव बहुत सारी बीमारी का कारण हो सकता है |
  • तनाव का कारण समझे और जितना जल्दी हो उससे छुटकारा पाए |

6. सही लाइफस्टाइल चूनें

  • राइट डे शेड्यूल अपनाएं |
  • सही खान पान का ध्यान रखें |
  • अपने कार्य को मैनेज करें जिससे की स्ट्रेस न हो |
  • पूरे दिन एक्टिव रहे |
  • अपनी दिनचर्या में शारीरिक व्यायाम को जोड़ें |
  • योग व स्ट्रेच एक्सरसाइज की आदत डालें |

सर्वाइकल पेन का घरेलू इलाज | Cervical pain home remedies

1. लहसुन

लहसुन एक बहुत अच्छा स्रोत माना जाता है कैल्शियम, फॉस्फोरस, विटामिन सी का , लहसुन में कुछ ऐसे तत्व होते है जो की दर्द में आराम दिलाते है | अगर आप 2-3 लहसुन  का सेवन रोजाना गनगुने पानी के साथ करते है तो यह आपको सर्वाइकल पेन में बड़ा फायदा दे सकता है |

2. हल्दी

हल्दी को दर्द निवारक कहा जाता है क्योंकि इसमें एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते है | अगर आप हल्दी वाला दूध या आधा चम्मच हल्दी, दूध के साथ लेते है तो यह सर्वाइकल के दर्द से राहत दिलाएगा |

3. कैल्शियम और विटामिन डी

सर्वाइकल पेन कैल्शियम और विटामिन डी की कमी से भी होता है इसलिए हमेसा ध्यान रखे की कही इन्ही की वजह से आपको परेशानी तो नहीं हो रही है,अगर ऐसा होता है तो कैल्शियम और विटामिन डी युक्त आहार ले | ऐसा करने से आपको सर्वाइकल में काफी(cervical pain) आराम मिलेगा |

4. नमक

नमक में मैग्नीशियम सल्फेट होता है जो की मांसपेशियों के दर्द में आराम पहुंचाने के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है | गर्म पानी में सेंधा नमक मिला कर और कपडे को भिगो कर उससे सिखाई करें यह आपको जरूर आराम पहुचायेगा |

इसे भी पढ़ें : Karela Jamun Juice: डायबिटीज के अलावा 12 Best ऐसे फायदे जो बदल देंगे आपकी दिनचर्या

निष्कर्ष | Conclusion

सर्वाइकल पेन(Cervical Pain) एक ऐसी समस्या है जो आपके दिनचर्या पर भी निर्भर करती है, इसलिए हमेशा एक्टिव रहे, सही पोस्चर के साथ उठे-बैठे, साथ ही अगर आपको बहुत ज्यादा परेशानी है तो डॉक्टर से संपर्क करें | आपने आज के लेख में जाना सर्वाइकल पेन क्या होता है, इसके लक्षण और कारण क्या है और कैसे आप घरेलु उपाय से बचाव कर सकते है | आपको हमारा यह लेख कैसा लगा इसकी जानकारी अवश्य दें और अगर आप किसी और समस्या की जानकारी चाहते है तो हमे जरूर बताये, यह हमारे लिए काफी उपयोगी होगी |

Other Links-

Leave a Comment