इसबगोल (Isabgol) बहुत ही गुणकारी औषधि मानी जाती है, इसका वैज्ञानिक नाम प्लांटागो ओवाटा है। यह एक झाड़ीनुमा पौधा है और देखने में बिलकुल गेहूं के पौधे जैसा होता है, इसमें बहुत छोटी छोटी पत्तियाँ और फूल होते हैं। इसकी डालियां के बीच के ऊपर सफेद रंग का पदार्थ चिपका रहता है, जिसको इसबगोल (Isabgol ki bhusi) की भूसी कहते हैं। इसबगोल (Isabgol Powder) में कोई भी गंध और स्वाद नहीं होता। इसमें फाइबर की मात्रा बहुत अधिक है एवम वसा और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बिल्कुल भी नहीं है। यह लैक्सटिव की तरह काम करती है और हर उम्र के लोग इसका सेवन कर सकते हैं। यह पेचीस, कब्ज, मोटापा, डिहाइड्रेशन, दस्त, डायबीटीज जैसे रोगों में बहुत गुणकारी है।
आज कल जीवन जीने का तरीका ही बदल गया है, लोग बाहर की चीजों पर बहुत ज्यादा निरभर होने लगे हैं, क्योंकि लोगों के पास समय ही नहीं है जो कि यह समझ पाएं की क्या चीज़ हमें नुकसान कर सकती है। आज कल देर से सोना, देर से जागना, खराब खानपान, लंबे समय तक कंप्यूटर पर काम करना, यह सब आदते लोगो में बढ़ती ही जा रही है, जिसकी वजह से लोगों की सेहत पर दुष्प्रभाव पड़ रहा है और पाचन तंत्र पर खराब असर हो रहा है। इसकी वजह से एसिडिटी, कब्ज, मोटापा जैसी कई बीमारियाँ बढ़ रही है।
आयुर्वेदिक विशेषज्ञों ने इसबगोल को एक अच्छा घरेलू उपचार बताया है । आइए जानते है इसबगोल के फायदे क्या-क्या है।
इसबगोल के फायदे | Isabgol Benefits in Hindi
इसबगोल(Isabgol) कब्ज की समस्या को दूर करने में मददगार
आपको कब्ज की परेशानी है तो उसका इलाज सबसे पहले कराना जरूरी है, क्योंकि कब्ज़ पेट से जुड़ी सभी दिक्कतों का मुख्य कारण होता है। अगर आप इसबगोल (Isabgol) का सेवन करते हैं तो यह कब्ज की समस्या को दूर करता है क्योंकि इसबगोल (Isabgol) में भरपूर फाइबर की मात्रा पाई जाती है, जो की लेक्सेटिव का काम करती है। इसके सेवन से आंतों की मांसपेशियों की गतिशीलता बढ़ जाती है और कब्ज को खत्म करने में मदद करती है। इसमें हाइग्रोस्कोपिक गुण होते है जो की डाइजेस्टिव सिस्टम से ज्यादा पानी सोखने में मदद करते है।
डायरिया या दस्त जैसी समस्या में भी लाभदायक
कई बार हम कुछ ऐसा खा लेते हैं जो कि हमारा शरीर पचा नहीं पाता, जिसकी वजह से डायरिया या दस्त की समस्या हो जाती है। इसबगोल (Isabgol) को कब्ज के अलावा दस्त में भी बहुत फायदेमंद बताया है।अगर आप इसबगोल (Isabgol) को दही में मिलाकर खाते हैं तो यह दस्त की समस्या को रोकने में मदद करती है।
एसिडिटी से दिलाए राहत
एसिडिटी होने के कई मुख्य कारण हो सकते हैं जैसे लंबे समय तक बैठना, कुछ ऐसा खाना जो कि आपका शरीर पचा नहीं पा रहा है। ऐसी स्थिति में एसिडिटी होना लाजमी है, खासकर रात में। अगर आप कुछ भारी खा लेते है तो एसिडिटी होने की संभावना बढ़ जाती है लेकिन अगर आप इसबगोल (Isabgol) की भूसी का सेवन करते हैं तो यह एसिडिटी में भी आपको फायदा करेगा और इससे राहत दिलाएगा।
वजन को कम करने में भी है सहायक
पेट साफ न होने की वजह से लोगों को कई तरह की परेशानियां होने लगती है, जिसमें से एक है वजन बढ़ना। यह परेशानी हर तीसरे व्यक्ति को हो रही है, जिसकी वजह से और तमाम बीमारियां भी बढ़ती जा रही है। इसलिए आपको अपने पेट का ख्याल सबसे पहले रखने की आवश्यकता है, अगर आप इसबगोल (Isabgol) की भूसी का सेवन करते हैं तो यह पेट को साफ रखेगा और वजन कम करने में मदद करेगा।
डायबिटीज़ नियंत्रित करने में लाभकारी
कई शोध के अनुसार यह जानकारी मिलती है की अगर डायबिटीज़ का रोगी अपनी डाइट में खूब सारा फाइबर का सेवन करता है तो इंसुलिन और ब्लड शुगर लेवल कम हो जाता है, और जैसा कि आप जानते हैं इसबगोल(Isabgol) में भरपूर मात्रा में फाइबर मिलता है और इसमें जिलेटिन पाया जाता है जो कि शरीर में ग्लूकोज के विघटन और अवशोषण की क्रिया को धीमी कर देता है।
बवासीर जैसी समस्या में भी उपयोगी
बवासीर का सबसे बड़ा मुख्य कारण है कब्ज। अगर आपकी पाचन क्रिया अच्छे से काम नहीं कर रही है , आपको मल त्याग करने में समस्या हो रही है तो यह बवासीर की परेशानी को बढ़ा देता है।अगर आप इसबगोल(Isabgol) का सेवन करते हैं तो, यह आपके मल को नरम बना देता है, जिसकी वजह से आपको मल त्याग करने के समय पर दर्द नहीं होता और इस परेशानी से निजात मिल जाती है। लेकिन हमारी सलाह यह है कि आप इसबगोल(Isabgol) के सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
दिल के लिए फायदेमंद
इसबगोल(Isabgol) दिल के लिए भी बहुत फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि इसके अंदर भरपूर मात्रा में फाइबर होता है और कोलेस्ट्रॉल बिल्कुल नहीं होता। अगर इसबगोल(Isabgol) को अपनी डाइट में शामिल किया जाए तो यह आपके ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है, लिपिड लेवल को बढ़ाता है और हृदय की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
इसबगोल(Isabgol) बढ़ाएं स्पर्म काउंट
इसबगोल(Isabgol) की भूसी स्पर्म काउंट के लिए भी फायदेमंद मानी जाती है। यह स्पर्म काउंट को बढ़ाती है और सीमेन को गाढ़ा करने में लाभकारी है। यह शीघ्रपतन की समस्या को दूर करने में भी सहायक है।
इसबगोल खाने का सही तरीका
- इसबगोल(Isabgol) को दही के साथ भी ले सकते हैं, एक कटोरी दही में एक से दो चम्मच इसबगोल की भूसी को मिलाएँ यह आपको दस्त की परेशानी से राहत दिलाएगा।
- जिन लोगों का पेट साफ न होने की परेशानी होती है वो भी इसका सेवन कर सकते हैं, आप रात में गर्म पानी में दो चम्मच इसबगोल(Isabgol) की भूसी को मिलाकर पीएं, यह आपको फायदा करेगा।
- इसबगोल(Isabgol) को पानी में भिगोकर ले सकते हैं, इसका सेवन आप खाना खाने के बाद करे यह आपको फायदा देगा।
- इसबगोल(Isabgol) को दिन में पांच से दस ग्राम मात्रा में सेवन करना लाभकारी होता है।
इसबगोल के नुकसान | Isabgol Side Effects
- इसबगोल(Isabgol) का सीमित मात्रा में ही सेवन करना चाहिए, अगर आप इसका अधिक सेवन करते हैं तो आपको पेट में ऐंठन, सूजन, पेट फूलने जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
- गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
- कई बार लोग किसी ओर बीमारी की दवा का सेवन कर रहे होते हैं, जिसकी वजह से कुछ पेट संबंधित परेशानियां हो जाती हैं।इन परेशानियों से बचने के लिए लोग इसबगोल(Isabgol) का सेवन करना शुरू कर देते हैं, परिणाम स्वरुप दवाइयों का असर कम हो जाता है क्योंकि इसबगोल दवा को घुलने से रोक देती है और दवाई अपना पूरा असर नहीं दिखा पाती।
- इसबगोल(Isabgol) को परेशानी के समय ही सेवन करें क्योंकि कुछ लोगों में भूख में कमी की समस्या भी हो सकती है।
- अगर किसी व्यक्ति को आंतों की समस्या है तो उसको इसबगोल(Isabgol) का सेवन नहीं करना चाहिए।
इसबगोल लेने से पहले कुछ सावधानियाँ भी है जरुरी
- 3 साल से कम उम्र के बच्चों को इसबगोल की भूसी न दें।
- इसबगोल(Isabgol) की भूसी को सीधा निगलने की कोशिश न करें, ऐसा करने से यह आपके गले में अटक सकता है और आपको खासी और सूखे धसके की समस्या हो सकती है।
- अगर आप पहले से ही कोई दवा ले रहे हैं तो इस परिस्थिति में इसबगोल(Isabgol) के सेवन से फायदे की जगह नुकसान हो सकते हैं इसलिए डॉक्टर की सलाह से ही इसका सेवन करें।
- इसबगोल(Isabgol) को किसी भी उम्र के व्यक्ति को दिया जा सकता है लेकिन इसकी मात्रा निश्चित नहीं है, यह व्यक्ति की उम्र और स्वास्थ्य के हिसाब से कम या ज्यादा हो सकती है, इसलिए इसके सेवन से पहले एक बार डॉक्टर से परामर्श जरूर करें ।
निष्कर्ष | Conclusion
इस लेख के माध्यम से आपने जाना की इसबगोल(Isabgol) कितनी फायदेमंद औषधि है।अनेक फायदों पर हमने चर्चा की, कैसे यह आपके पेट की बीमारियों में, वजन संतुलित रखने में, शुगर-कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने में उपयोगी है। लेकिन किसी भी चीज़ का अत्यधिक उपयोग करना भी शरीर को नुकसान पहुंचाता है। इसलिए इसबगोल के फायदे के साथ-साथ आप इसके नुकसान भी पढ़ें और एक सही निर्णय लें ताकि आपको क्रिसी भी तरह की परेशानी न हो। आशा करते हैं आपको हमारा लेख पसंद आया होगा, अगर आप किसी और औषधि पर जानकारी चाहते हैं तो हमें जरूर लिखें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल | FAQ
1. इसबगोल(Isabgol) कितने दिन खाना चाहिए ?
इसबगोल को ज्यादातर कब्ज, गैस जैसी परेशानियों में सेवन किया जाता है इसलिए जब तक यह परेशानी खत्म नहीं होती, तब तक आप इसका नियमित रूप से सेवन कर सकते हैं, लेकिन बहुत ज्यादा सेवन से बचें अन्यथा यह आपको फायदे की जगह नुकसान भी कर सकता है।
2. इसबगोल(Isabgol) खाने से क्या क्या फायदे होते हैं ?
इसबगोल खाने से आपको पेट संबंधित बहुत सारी परेशानियों से छुटकारा मिलता है, इसके अलावा यह कोलेस्ट्रॉल कम करने में ,शुगर के स्तर को संतुलित रखने में और वजन कम करने में भी बहुत लाभकारी माना जाता है।
3. इसबगोल(Isabgol) कब लेना चाहिए ?
इसबगोल को आप सुबह और शाम खाना खाने के बाद ले सकते हैं , एक गिलास गर्म पानी में एक से दो चम्मच इसबगोल को मिलाकर पीएंगे तो आपको जरूर फायदा मिलेगा।
4. क्या हम इसबगोल(Isabgol) रोज ले सकते हैं ?
जी हाँ इसबगोल को आप रोजाना ले सकते हैं, क्योंकि इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर है और वसा और कोलेस्ट्रॉल बिल्कुल भी नहीं है, अगर आप अपनी डाइट में फाइबर शामिल करते हैं तो यह आपको फायदा करेगा लेकिन अगर आपको इसके सेवन से कुछ परेशानी महसूस हो रही है तो एक बार डॉक्टर की सलाह लेना आवश्यक है।
5. क्या इसबगोल(Isabgol) को खाली पेट ले सकते हैं ?
जी हाँ, इसबगोल को अगर आप खाली पेट लेते हैं तो यह आपको वजन कम करने में फायदा करेगा।
6. इसबगोल(Isabgol) लेने का सबसे अच्छा समय क्या है ?
अगर आप इसबगोल को खाना खाने के एक घंटे बाद सेवन करते हैं तो यह आपको बहुत फायदा देगा।
7. इसबगोल(Isabgol) के फायदे क्या है लिवर के लिए ?
भूख न लगना, गैस होना, अपच की परेशानी होना है, यह सब संकेत करते हैं कि आप का लिवर अच्छे से काम नहीं कर रहा है। इस समस्या से निजात पाने के लिए आप इसबगोल का सेवन कर सकते हैं क्योंकि यह आपके लिवर को डिटॉक्स करने में आपकी मदद करता है और उस में जमी गंदगी को बाहर निकालता है।
8. इसबगोल(Isabgol) की भूसी ठंडी होती है या गर्म ?
इसबगोल की तासीर ठंडी होती है, यह पेट की जलन को शांत करती और ठंडक पहुंचाती है।
9. पेट साफ करने के लिए इसबगोल(Isabgol) कैसे खाएं ?
पेट साफ करने के लिए आप इसबगोल का सेवन गर्म पानी में मिलाकर करें। एक गिलास गर्म पानी में एक से दो चम्मच इसबगोल को मिलाकर अगर आप रात के खाने के बाद लेते हैं तो यह अवश्य आपके पेट को साफ करने में मदद करेगा।
इसबगोल ब्रांड्स | Isabgol Brands in India
भारत में बहुत सारे इसबगोल के ब्रांड्स मौजूद है। आपको किसी भी मेडिकल स्टोर से यह आसानी से मिल सकता है अन्यथा आप अगर amazon से खरीदना चाहते है तो आपके लिए हमने अपने आर्टिकल में भी लिंक दिए है आप यह से या डायरेक्ट अमेज़न से खरीद सकते है।
1.Baidyanath Isabgol | बैद्यनाथ इसबगोल
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- बैद्यनाथ इसबगोल कब्ज और पाचन संकट को दूर करने में मदद करता है।
- यह पाचन तंत्र से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है जो अप्रत्यक्ष रूप से बेहतर पाचन करता है।
- इसबगोल को प्लांटेगो ओवाटा के बीज के रूप में जाना जाता है जो इस हर्बल उत्पाद का उत्पादन करने के लिए मिलिंग, पूरी तरह से छानने और फटकने से गुजरते हैं।
- बैद्यनाथ इसबगोल का नियमित सेवन आपके पाचन तंत्र को मजबूत करने में मदद करता है। अपने रेचक गुणों के कारण, बैद्यनाथ इसबगोल मल त्याग को आसान बनाने में मदद करता है और सूजन को दूर करने में मदद करता है जो एक आम समस्या है जहां आपका पेट फूल जाता है जिससे गैस बनती है जो पाचन एंजाइमों को ठीक से काम नहीं करने देती है।
- इसबगोल मलाशय की मांसपेशियों को मजबूत करने, पेट फूलने से राहत देने और आपके पेट को बहुत जरूरी सफाई देने के लिए जाना जाता है।
- इसबगोल फाइबर का एक बड़ा स्रोत है जो बिल्कुल ग्लूटन मुक्त होता हैइसबगोल के नियमित सेवन से कोलेसिस्टोकिनिन के स्राव में मदद मिल सकती है, एक हार्मोन जो आपके पेट में परिपूर्णता की भावना को संकेत देने के लिए मस्तिष्क को तुरंत उत्तेजित करता है। यह प्रक्रिया आपको तृप्त रखती है और मध्य-भोजन की इच्छा को नियंत्रित करने में मदद करती है।
- यह शरीर के अतिरिक्त यूरिया को रिलीज करने और एसिडिटी और एसिड रिफ्लक्स से लड़ने में मदद करने के लिए भी जाना जाता है।
- बैद्यनाथ इसबगोल सभी वयस्कों के लिए सेवन के लिए सुरक्षित हैप्रकृति की सभी अच्छाइयों के साथ, बैद्यनाथ इसबगोल एक जीएमपी प्रमाणित उत्पाद है जो सभी आयु समूहों के लिए बिल्कुल सुरक्षित और प्रभावी है।
- पानी, दूध, फलों का रस, दही, लस्सी या अपनी पसंद के किसी भी स्वस्थ पेय के साथ 5-10 ग्राम बैद्यनाथ इसबगोल का सेवन करें।
2. Dabur Sat Isabgol | डाबर सत इसबगोल
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- डाबर सत इसबगोल में भरपूर फाइबर है जो कि आपके भोजन को पचाने में मदद करता है।
- यह कब्ज से राहत दिलाता है, पाचन क्रिया को ठीक करता है, कोलेस्ट्रॉल कम करता है, शरीर को डिटॉक्सिफाई करता है, शरीर का ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर को कम करने में मदद करता है।
- 6 से 12 उम्र के बच्चों को आधा या एक चम्मच इसबगोल को एक से तीन बार दिन में दे सकते हैं।
- जिनकी उम्र 12 साल से ज्यादा है वे एक से दो चम्मच इसबगोल को एक से तीन बार दिन में ले सकते हैं।
- इसबगोल को नापने के लिए सूखी चम्मच का इस्तेमाल करें।
- आप इसबगोल को 100 से 200 ML पानी में मिलाकर सेवन करें।
- बच्चों की पहुँच से दूर रखें।
- इसबगोल को सूखे और ठंडे स्थान पर रखें।
- डाबर सत इसबगोल 100% नेचुरल है।
3. Dabur Nature Care Isabgol | डाबर नेचर केयर इसबगोल
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- यह कब्ज,एसिडिटी से राहत दिलाता है।
- यह प्राकृतिक और सुरक्षित है, प्राकृतिक फाइबर से भरपूर है और आंत के समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखता है।
- दस्त और गुदा फिशर के लक्षणों का इलाज करने में मदद करता है।
- कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है।
4. Organic India Psyllium Whole Husk Organic Isabgol | ऑर्गेनिक इंडिया साइलियम होल हस्क ऑर्गेनिक इसबगोल
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- ऑर्गेनिक इंडिया इसबगोल एक डाइट सप्लिमेंट है।
- इसमें भरपूर मात्रा में नेचुरल डाइट्री फाइबर आपको मिलता है।
- यह 100% ऑर्गैनिक सर्टिफाइड है और नॉन जीएमओ प्रोजेक्ट वेरिफाइड है।
- 12 साल से ज्यादा उम्र के लोग इसको दिन में दो बार ले सकते हैं।
- बेहतर परिणाम के लिए खाना खाने से पहले इसका सेवन करें।
- पांच ग्राम या एक चम्मच को 200 ml पानी, दूध, जूस में अच्छे से मिलाकर इसका सेवन करें।
5. Naturolax-A Isabgol Husk Powder | नेचुरोलैक्स-ए इसबगोल भूसी पाउडर
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- Naturolax-a में प्राकृतिक स्रोतों से इसबगोल फाइबर होता है, एक ऐसा सूत्र जिसमें पानी के साथ मिलाने पर बुदबुदाहट होती है।
- खट्टे, नारंगी स्वाद में आता है, जो इसे खाने में स्वादिष्ट बनाता है।
- घुलनशील फाइबर को मल में जोड़ता है, जिससे यह नरम और बड़ा हो जाता है, जिससे आंत्र को सिकुड़ने और मल को बाहर निकालने में मदद मिलती है।
- एक खाली गिलास में नेचुरोलैक्स-ए का एक बड़ा चम्मच (लगभग 5.6 ग्राम) डालें, गिलास को पानी से भर दें।
- मिश्रण को इस तरह हिलाएं कि सामग्री पानी में मिल जाए और इसे एक बार में पी लें।
6. Patanjali Isabgol Bhusi | पतंजलि इसबगोल भूसी
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- पतंजलि इसबगोल शरीर के वजन को कम करने में फायदेमंद है।
- यह आंतें स्वस्थ बनाता हैं।
- उच्च स्तर के कोलेस्ट्रॉल को सामान्य अवस्था में लाने में सहायक है।
- यह पेट की समस्या जैसे कब्ज, एसिडिटी परेशानियों को दूर करने में मदद करता है।
- बच्चों की पहुँच से दूर रखें।
- इसबगोल को सूखे और ठंडे स्थान पर रखें।
- पतंजलि इसबगोल 100% नेचुरल है।
7. TELEPHONE BRAND Isabgol Sat Psyllium Husk | टेलीफोन ब्रांड इसबगोल सत साइलियम हस्क
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- प्लांटेगो ओवेटा इसबगोल की 100% प्राकृतिक भूसी है।
- एड्स डाइजेस्टिव, एंटीइंफ्लेमेटरी, कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है।
- शरीर को डिटॉक्सिफाई करता है।
- शरीर के बढ़े हुए ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर कम करने में मदद करता है।
- टेलीफोन ब्रांड ट्रस्ट 75 साल पुराना ब्रैंड है।
- पाचन, और अन्य पेट की समस्याओं के लिए अच्छा है।
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